बांग्लादेश के तेज गेंदबाज मशरफे मुर्तजा ने गुरूवार को राष्ट्रीय एक दिवसीय टीम की कप्तानी छोड़ दी। संभावना है कि इससे देश के सबसे बड़े स्टार खिलाड़ी का अंतरराष्ट्रीय करियर समाप्त हो जाएगा। शुक्रवार को सिलहट में जिम्बाब्वे के खिलाफ 50 ओवर के मैच में वह अंतिम बार कप्तान के तौर पर टीम की अगुआई करेंगे। मशरफे के लिए हालांकि सांसद के तौर पर नया करियर बन चुका है।
36 साल के इस खिलाड़ी ने कहा कि वह बतौर खिलाड़ी चयन के लिए उपलब्ध रहेंगे। लेकिन चयनकर्ताओं पर भारत में 2023 विश्व कप से पहले टीम में नए खिलाड़ियों को लाने का दबाव है। मशरफे ने कहा कि मैं बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड का शुक्रिया करना चाहूंगा जिन्होंने इतने लंब समय तक मुझ पर भरोसा दिखाया। उन्होंने कहा कि अगर मुझे मौका मिलता है तो मैं बतौर खिलाड़ी अपना सर्वश्रेष्ठ देने की कोशिश करूंगा।
पिछले साल विश्व कप के बाद से मौजूदा जिम्बाब्वे सीरीज तक उन्होंने कोई वनडे नहीं खेला था। जिम्बाब्वे के खिलाफ बांग्लादेश ने तीन मैचों की सीरीज के शुरूआती दो मैच जीतकर 2-0 की अजेय बढ़त बना ली है। मशरफे ने पहले दो मैचों में तीन विकेट हासिल किए।