Friday, 26 June 2020

बाबा रामदेव और बालकृष्ण के खिलाफ शिकायत, FIR दर्ज करने की मांग

शिकायतकर्ता विष्णु कुमार गुप्ता ने बाबा रामदेव और बालकृष्ण पर जनता की जिंदगी को खतरे में डालने का आरोप लगाया है. साथ ही इनके खिलाफ ड्रग्स एंड मेडिकल रेमेडी एक्ट और डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट समेत अन्य कानून के तहत आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग की है.

बुरे फंसे बाबा रामदेव - Baba Ramdev के ...

  • शिकायतकर्ता ने कहा- बाबा रामदेव ने कानून का किया उल्लंघन
  • मंगलवार को बाबा रामदेव ने कोरोनिल दवा को किया था लॉन्च
कोरोना वायरस के इलाज की दवा बनाने को लेकर बाबा रामदेव, बालकृष्ण समेत अन्य के खिलाफ ड्रग्स एंड मेडिकल रेमेडी एक्ट और डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट के तहत एफआईआर दर्ज करने की मांग की गई है. पूर्व इंटेलिजेंस अफसर और सामाजिक कार्यकर्ता विष्णु कुमार गुप्ता ने बाबा रामदेव, बालकृष्ण समेत अन्य के खिलाफ शिकायत दी है.
विष्णु कुमार गुप्ता ने यह शिकायत गाजियाबाद के एसएसपी को दी है. साथ ही इनके खिलाफ ड्रग्स एंड मेडिकल रेमेडी एक्ट और डिजास्टर मैनेजमेंट एक्ट समेत अन्य कानून के तहत आपराधिक मामला दर्ज करने की मांग की है.
विष्णु कुमार गुप्ता ने अपनी शिकायत में कहा कि बाबा रामदेव ने बिना मंजूरी और लाइसेंस लिए दिव्य श्‍वसारि वटी और दिव्य कोरोनिल टैबलेट नामक दवाओं को बेचना शुरू कर दिया. इसके जरिए बाबा रामदेव ने जनता के साथ धोखाधड़ी की है.शिकायतकर्ता विष्णु कुमार गुप्ता ने यह भी आरोप लगाया कि बाबा रामदेव और बालकृष्ण समेत अन्य ने कोरोना के इलाज की दवा बनाने का झूठा दावा करके आम लोगों को गुमराह किया है और कानून की धज्जियां उड़ाई है. इन्होंने कोरोना बीमारी को 100 फीसदी ठीक करने का दावा करके आम लोगों की जिंदगी को भी खतरे में डालने का काम किया है.
आपको बता दें कि मंगलवार को योग गुरु बाबा रामदेव ने हरिद्वार में कोरोना वायरस की दवा बनाने का दावा किया था. साथ ही आयुर्वेदिक दवा कोरोनिल को लॉन्च किया था. बाबा रामदेव ने दावा किया था कि कोरोनिल दवा को 95 लोगों पर टेस्ट किया गया था. इस दवा के असर से सिर्फ तीन दिन के भीतर 69 फीसदी कोरोना मरीज ठीक हो गए, जबकि 7 दिन में 100 फीसदी मरीज रिकवर हुए. उन्होंने यह भी दावा किया कि इस दवा के क्लिनिकल कंट्रोल ट्रायल में एक भी मरीज की मौत नहीं हुई.